इश्क की नादानियां और प्यार में भागे लड़कियों की कहानियां……
आजकल इश्क़ को कुछ इस कदर आजमाया जाता हैं माँ बाप को ठुकराकर रिश्ते को निभाया जाता हैं……
करते हैं उम्मीद एक परिवार को बसाने कि……
ओर भूल जाते हैं माँ बाप के बिना कहाँ घर बसाया जाता हैं…..
यहाँ घर से भाग कर इश्क़ फ़र्माया जाता हैं,,, कुछ इस कदर माँ बाप को ठुकराया जाता हैं,,,,
जो लड़की महज अपने पिता के साथ होने भर से गर्व मेह्सुस किया करती थी,,, आज वही अपने चंद दिनो के प्यार पर इतराती हैं….
फ़स चुकी होती है वो इश्क़्जाल में अपनी नादानी में कहाँ ये समझ पाती हैं….
कुछ पल कि खुशियो के लिए दोनो घर से भाग जाते हैं,,,, अपने माँ बाप के जिंदगी भर के प्यार को भुला जाते हैं…..
ओर लड़के कि जिंदगी में क्या बदलता है,,, उसे तो महान ओर इश्क़ मे मज्नु बताया जाता हैं,,,
दूसरी तरफ़ लड़की को कुल्टा ओर चालू कहकर बुलाया जाता हैं…..
फ़िर कहाँ घर से भागी हुई लड़की को सम्मान दिलाया जाता हैं,,,,,
आखिर कहाँ माँ बाप को छोड़ कर घर बसाया जाता हैं….
संतान के जनम से पिता के माथे पर लकीरे छा जाती हैं,,,
उन्की पर्वरिश को लेकर चिंता में सारी उमर गुजर जाती हैं…..
बड़े अरमानो के साथ वो अपनी जिंदगी बिताते है……
पर इश्क़ में अन्धे होकर आजकल बच्चे कहाँ ये प्यार सम्झ पाते हैं,,,, आखिर कैसे ये माँ बाप को भूल जाते हैं….
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