कोई मुझे मेरा बचपन ला दो ….
वो खुशियाँ, वो जिंदगी ला दो ||
कोई मुझे मेरा बचपन ला दो ….
वो खुशियाँ, वो जिंदगी ला दो…
🥰
मेरे इस दर्द को मिटा दो… 💞
मा का लाड़ ,,पापा की फटकार ,,दोस्तो का प्यार ला दो… 🥰
💞वो प्यारी सी मुस्कान,,, वो अजनबी सी पेह्चान ला दो…
🥰
वो गुड्डी गुड़ीयो का खेल ला दो…
मिट्टी की मिठाई ला दो… 🥰
💞स्कूल का वो बस्ता,,, वो टिफ़िन ला दो… 🥰
💞पापा का गोद में उठाना ,,प्यार से समझाना
हर रोज स्कूल जाना,,, जाते जाते रास्ते मे
झगड़ा करना ओर नाराज होकर कट्टी होना… 🥰
💞
पड़ोसी की बेल बजा कर भाग जाना…
बारिश जाने के बाद रुके हुए पानी में छप छप करना….🥰
💞माँ के डुपट्टे से साड़ी पहनना….
वो एक रुपेय की टोफ़ी लाना… 🥰
💞सारा दिन खेल कर थक जाना,,,, पर घर जाने का नाम ना लेना… 🥰
💞ओर फ़िर माँ का बुलाने आना,,,,देख कर उनको पडोसी के घर में छुप जाना… 🥰
💞ओर फ़िर घर जाने के बाद थक कर सो जाना,,, फ़िर माँ का डाट कर दूध पिलाना… 🥰
💞ना कोई फ़िकर कल की,,, ना आज का गम,,, हाये कहाँ चला गया मेरा वो खुबसुरत बचपन… 🥰
💞ये कहाँ आ गए हम,,, ना जाने कहाँ खो गए,,,, सभी अपनो को भूल गए… 🥰
आन्खे बन्द करके सो गए…
ना जाने क्यू इश्क़ की इन गलियो में खो गए… 😔
💞अपने बचपन को भूल गए…
फ़िर भी कुछ ऐसा हो जाए मुझे मेरा बचपन मिल जाए… 🥺
💞कोई आओ मुझे मेरा बचपन ला दो…
मुझे मेरा बचपन ला दो…. 🥺
वो खुब्सुरत यादे ओर माँ की गोद में सुला दो… 🥺
बचपन ला दो…. 🥺